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shabad-waani
Thursday, February 4, 2010
maa anmol hai....
माँ का कोई मोल नहीं होता...
इस रिश्ते का कोई टोल नहीं होता...
वैसे तो रिश्ते होते है हजारो...
पर माँ कि तरह कोई अनमोल नहीं होता....
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shabad-vaani
बंद घडी भी दिन मै दो बार सही टाइम बताती है... मै दिन के उन एक-एक मिनट कि तलाश कर रहा हू जब आदमी का भाग्य उसके साथ होता है... मेरा ये सोचना है कि आदमी का अच्छा समय स्थिर नहीं रहता तो बुरा भी नहीं रहता है... जिन्दगी को मस्ती से जीना चाहिए...
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